ट्रम्प ने नेशनल प्रेयर ब्रेकफास्ट पर धार्मिक भेदभाव से ख्रिस्तियों की सुरक्षा के लिए नई पहलों की घोषणा की।
उन्होंने धार्मिक स्वतंत्रता पर एक राष्ट्रपति आयोग स्थापित करने की योजना बनाई है।
एटर्नी जनरल पैम बोंडी एक कार्यसमूह का नेतृत्व करेंगी जो "विरोधी-ख्रिस्तियों की पक्षपात को समाप्त करेगा"।
एक नया व्हाइट हाउस धर्म कार्यालय बनाया जाएगा, जिसका नेतृत्व रेव. पौला व्हाइट करेंगी।
ट्रम्प ने वादा किया है कि वह छात्रों, सैन्य, सरकार, कार्यस्थलों, अस्पतालों, और सार्वजनिक चौकों में ख्रिस्तियों की सुरक्षा की गारंटी देंगे।
कार्यसमूह सरकारी संस्थानों में "सभी प्रकार के विरोधी-ख्रिस्तियों को निशाना बनाने और पक्षपात को रोकने" पर ध्यान केंद्रित करेगा।
ट्रम्प ने उद्धरण दिया कि अमेरिका को "भगवान के नीचे एक राष्ट्र" बनाने का संकल्प किया है।
संदर्भ में हाल की एफबीआई विवाद शामिल है जिसमें "रेडिकल-ट्रेडिशनलिस्ट कैथोलिक" के बारे में मेमो है।
यह बाइडेन प्रशासन की अलग-अलग पहलों का पीछा करता है जो यहूदी विरोध और इस्लामोफोबिया पर हैं।
ट्रम्प ने ऐतिहासिक रूप से विरोधियों को ख्रिस्तियों की प्रताड़ना करने और धार्मिक स्वतंत्रता पर हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है।
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